Category: Poems
ग़ुस्सा आ ही जाता है
बिन बुलाए बिन चाहे ग़ुस्सा आ ही जाता है जब कोई ना कहे मनचाही बातें,जब ना मिले मनचाहा स्वाद,ग़ुस्सा आ ही जाता है सड़क पर…
आज फिर परचम हवा में लहराएगा
आज फिर परचम हवा में लहराएगा, एक राष्ट्र अपने गणतंत्र का उत्सव मनाएगा । इतिहास के पन्नो को पलटा जाएगा , अनेको कर्मवीरो की गाथा…
Thank You Teacher
Your face is my soothing balmIn times of distress it makes me calm Your hands are my guiding batonThey hold me when my confidence is…
Let them be ….
Give him choice to soften and cryGive her chance to falter and try Give him choice to take restGive her option to drive and test…
ढलते जीवन की लाचारी
पूरा जीवन भाग दौड़ में निकालने क बाद वृद्धावस्था का थमाव वैसे ही अजीब लगता है जैसे गर्मी में बिजली चले जाने से कूलर बंद…
संतुलन ही आधार
हरित धरा, पावन पवनसुखद प्राणी, अविरल जलपरमात्मा ने सौंपा यह सुन्दर उपहारमानव देखे जिसको बारम्बार चला मनुष्य खोजने नए विचारहर दिन ढूंढे नए अविष्कारबनते गए…
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