ढलते जीवन की लाचारी

धीमी गति, कांपता बदनबुझी आँखें, गुमशुदा स्वपन। ऐसे में कोई तो आएपलभर साथ का एहसास दे जाए । हम भी भागा करते थे कभीन जाने…

कश्मकश

मुश्किल मे जब दिल घबराया, दिमाग उस पर गुर्राया ।हार का आईना दिखा, दिल को दहलाया ।। अब दिखा हिम्मत, जिसके कसीदे तू नाप आया…