जीवन का बदलता स्वरुप

बसंत के इस मौसम में चारों ओर रंग बिखरे हुए हैं। घर की बालकनी से बाहर देखो तो हर ओर बसंत की छाप झलकती हैं। लाल रंग में लिप्त यह पेड़ विशेष आकर्षित करता है। यह पेड़ निरंतर होते बदलाव की एक बुलंद मिशाल पेश…

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कंजंक्टिवाइटिस

इस शनिवार की सुबह आम शनिवार की सुबह से कुछ अलग थी। अलार्म के बजने पर जब आँख खुली, तो एहसास हुआ कि कुछ ठीक नहीं है। आँख में कुछ चुभन सी है। मन में एक भय सा समा गया। जल्दी से उठ कर शीशे…

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इतना गुस्सा ठीक नहीं

"इतना गुस्सा ठीक नहीं है", अक्सर पापा कहा करते थे। झल्लाया मन सोचता था, "लड़की हूँ इसलिए मुझे ही ज्ञान मिलता है, गुस्से की बात पर तो गुस्सा आएगा ही"। "गुस्सा सेहत के लिए ठीक नहीं होता लाडो रानी", वह अपनी बात हमेशा लाड लड़ाते…

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