आज रास्ते में तितली वाला फूल दिख गया,आखों के सामने कुछ चित्र चलने लगे,हँसता खिलखिलाता एक चेहरा,फूल की पत्तियों की सीटी बजाता हुआ । दूसरे ही पल स्मृति के वह दृश्य सदृश्य हो उठे,बच्चों की एक टोली वहाँ से गुजरती थम गई,एक एक करके फूल की पखुड़िया बज उठी । कदम एकाएक उनकी ओर बढ़ने […]
Category: Poems
बड़ा हुआ तो गुलाम हुआ
काठ का वो पालना लगता तब छोटा थासफलता की यह कुर्सी लगती ऊँची हैपर उस पालने में रोने हसने की छूट थीइस कुर्सी पर जकड़े अपना ही दम्भ है छोटा सा वो गुल्लक,सिमित सा उसका आकारअब असीमित बैंक बैलेंस, अनंत उसका विस्तारपर उस थोड़े में धन्य होने का भाव थाइस अनंत में कुछ कमी और […]
इंसान भी गजब एंटरटेनमेंट हैहर एक ने अपनी गढ़ी हुई एक सल्तनत हैहर किसी को मैं की भयंकर बिमारी हैकुछ को तो मालूम नहीं की अहम् ने उनकी क्या दशा कर डाली है कोई सुंदरता पर इतराया है,तो किसी को अपने ज्ञान का मोल भाया हैकुछ सबको खरीदने का दम भरते,कुछ ने न जाने क्या […]
मैं और पापा
आज फिर पापा से बहस हो गई, वजह कुछ खास नहीं थीएक ओर जीवन का मझा हुआ खिलाड़ी थादूसरी ओर मेरे अंदर का नया जोश थाजीवन के खेल का मैदान, उसको निभाने की ही बहस थी ऐसा ही रिश्ता होता है पिता का ,जीवन भर वह आपको नापता हैदुनिया में आपकी चमक देख ,दिल में […]
माँ का ख्याल
सोचा माँ से उनका हाल पूछ लूँकैसी है वो यह जान लूँ बातों का सिलसिला जो शुरू हुआबच्चों से लेकर रसोई तक का क़िस्सा बयान हुआ उलझनों को सुलझाने की कोशिश हुईग़ुस्से पर क़ाबू रखने की सलाह दी गई सभी का साथ निभाने के कुछ सूत्र मिलेअपना भी ख्याल रखना है यह अनुदेश मिले दरवाजे […]
ग़ुस्सा आ ही जाता है
बिन बुलाए बिन चाहे ग़ुस्सा आ ही जाता है जब कोई ना कहे मनचाही बातें,जब ना मिले मनचाहा स्वाद,ग़ुस्सा आ ही जाता है सड़क पर हो जाए जो कुछ देरी,इंटरनेट स्पीड में जो घूम जाए फेरी,ग़ुस्सा आ ही जाता है बादशाहत की चाह को कोई कदरदान न मिलेजब ज्ञान के अहम को कोई कुछ सीख […]
आज फिर परचम हवा में लहराएगा
आज फिर परचम हवा में लहराएगा, एक राष्ट्र अपने गणतंत्र का उत्सव मनाएगा । इतिहास के पन्नो को पलटा जाएगा , अनेको कर्मवीरो की गाथा को गाया जाएगा । बीते कल का नहीं कोई सानी है , पर क्या हमको जोड़नी नहीं अपनी कोई कहानी है । वर्तमान पूछ रहा कुछ अहम् सवाल है क्या […]
Thank You Teacher
Your face is my soothing balmIn times of distress it makes me calm Your hands are my guiding batonThey hold me when my confidence is shaken You have been my dictionary of life lessonsWith you around my worry lessens Your ways have taught me muchWords are not always needed as such Your recognition encourages and […]
आज फिर तिरंगा हवा में लहराएगादेख उसे हर दिल आज़ादी का अहसास पायेगा गुलामी की बेड़ियों से हमें आज़ाद करवा गएअनगिनत चेहरे देश के भविष्य पर मिट गए पर इस आज़ाद हवा को अभी भी कुछ जकड़ रहा हैकृत्रिम बेड़ियों का जाल हमें फांस रहा है विविधता है हमारी पहचानफिर अंतर क्यों हमको बाँट रहा […]
तोतली भाषा में आँगन की चिड़ियों से बतलानावह था जीवन का पहला दोस्ताना गुड्डे गुड़ियों से दिल की सब बातें करनाजीव निर्जीव के अंतर से पार था वह दोस्ताना खेल खेल में एक दुसरे को चिढ़ाना ,फिर गले लगाकर उसको मनानामासूमियत से भरा हुआ था स्कूल का दोस्ताना घर से दूर माँ का प्यार , […]
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