कहने सुनने में वो बात कहाँ ,
तुम हाले दिल लिख दिया करो ।

जो कहा सुना, वो गुम हो जाएगा ,
लिखा हुआ मुसलसल पढ़ा जाएगा ।

अक्षर जो काग़ज़ पर निखरे ,
वो बात करें, दिल में उतरे ।

भागती हुई इस ज़िंदगी में ,
ठहर कुछ पल,
तुम हाले दिल लिख दिया करो ।

You might Like

माँ का ख्याल

???? ??? ?? ???? ??? ??? ??????? ?? ?? ?? ??? ??? ????? ?? ??????? ?? ???? ????????? ?? ???? ???? ?? ?? ??????? ???? ??? ?????? ?? ??????? ?? ????? ?????????? ?? ????? ???? ?? ???? ?? ?? ??? ?? ??? ?????? ?? ??? ????? ???????? ?? ????? ???? ?? ?? ?????? ???? ?????? […]

Read More »

ढलते जीवन की लाचारी

पूरा जीवन भाग दौड़ में निकालने क बाद वृद्धावस्था का थमाव वैसे ही अजीब लगता है जैसे गर्मी में बिजली चले जाने से कूलर बंद

Read More »

Recent Posts

कैसी यह अंजीर

तश्तरी में रखी वह मुस्कुरा रही थी,थोड़ा शर्मा रही थी,थोड़ा मुझे चिढ़ा रही थी । मन में ग़ज़ब व्याधि थी,कैसे पूरा यह काम हो,बड़ी ही

Read More »

हाले दिल लिख दिया करो

कहने सुनने में वो बात कहाँ ,तुम हाले दिल लिख दिया करो । जो कहा सुना, वो गुम हो जाएगा ,लिखा हुआ मुसलसल पढ़ा जाएगा

Read More »

समय का पहिया चलता है

बसंत के इस मौसम में चारों ओर रंग बिखरे हुए हैं। घर की बालकनी से बाहर देखो तो हर ओर बसंत की छाप झलकती हैं।

Read More »
No more posts to show

Leave a Reply