कहने सुनने में वो बात कहाँ ,
तुम हाले दिल लिख दिया करो ।
जो कहा सुना, वो गुम हो जाएगा ,
लिखा हुआ मुसलसल पढ़ा जाएगा ।
अक्षर जो काग़ज़ पर निखरे ,
वो बात करें, दिल में उतरे ।
भागती हुई इस ज़िंदगी में ,
ठहर कुछ पल,
तुम हाले दिल लिख दिया करो ।
कहने सुनने में वो बात कहाँ ,
तुम हाले दिल लिख दिया करो ।
जो कहा सुना, वो गुम हो जाएगा ,
लिखा हुआ मुसलसल पढ़ा जाएगा ।
अक्षर जो काग़ज़ पर निखरे ,
वो बात करें, दिल में उतरे ।
भागती हुई इस ज़िंदगी में ,
ठहर कुछ पल,
तुम हाले दिल लिख दिया करो ।
Lot of colors and an empty slateGive us the freedom to create Lot of faces and smiles to reflectGive us the freedom to connect Lot
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पूरा जीवन भाग दौड़ में निकालने क बाद वृद्धावस्था का थमाव वैसे ही अजीब लगता है जैसे गर्मी में बिजली चले जाने से कूलर बंद
तश्तरी में रखी वह मुस्कुरा रही थी,थोड़ा शर्मा रही थी,थोड़ा मुझे चिढ़ा रही थी । मन में ग़ज़ब व्याधि थी,कैसे पूरा यह काम हो,बड़ी ही
कहने सुनने में वो बात कहाँ ,तुम हाले दिल लिख दिया करो । जो कहा सुना, वो गुम हो जाएगा ,लिखा हुआ मुसलसल पढ़ा जाएगा
बसंत के इस मौसम में चारों ओर रंग बिखरे हुए हैं। घर की बालकनी से बाहर देखो तो हर ओर बसंत की छाप झलकती हैं।