बड़ा हुआ तो गुलाम हुआ

काठ का वो पालना लगता तब छोटा थासफलता की यह कुर्सी लगती ऊँची हैपर उस पालने में रोने हसने की छूट थीइस कुर्सी पर जकड़े अपना ही दम्भ है छोटा सा वो गुल्लक,सिमित सा उसका आकारअब असीमित बैंक बैलेंस, अनंत उसका विस्तारपर उस थोड़े में…

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बड़ा हुआ तो गुलाम हुआ

काठ का वो पालना लगता तब छोटा थासफलता की यह कुर्सी लगती ऊँची हैपर उस पालने में रोने हसने की छूट थीइस कुर्सी पर जकड़े अपना ही दम्भ है छोटा सा वो गुल्लक,सिमित सा उसका आकारअब असीमित बैंक बैलेंस, अनंत उसका विस्तारपर उस थोड़े में…

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We love finding faults

One day a school teacher wrote on the board the following: 9×1=7 9×2=18 9×3=27 9×4=36 9×5=45 9×6=54 9×7=63 9×8=72 9×9=81 9×10=90 When she was done, she looked to the students and they were all laughing at her, because of the first equation which was wrong,…

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अभिमान

इंसान भी गजब एंटरटेनमेंट हैहर एक ने अपनी गढ़ी हुई एक सल्तनत हैहर किसी को मैं की भयंकर बिमारी हैकुछ को तो मालूम नहीं की अहम् ने उनकी क्या दशा कर डाली है कोई सुंदरता पर इतराया है,तो किसी को अपने ज्ञान का मोल भाया…

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